Thursday, January 6, 2011

वोट की परवाह

जय सोनिया जय सोनिया जय सोनिया
मनमोहना तेरे बिना कुछ भी नहीं है सोनिया
तू क्यों बना ध्रितराष्ट्र मनमोहन समझता क्यूँ नहीं
तुझको दिया अधिकार जनता ने  बरतता क्यूँ नहीं
गांधार की भगिनी बनी बैठी है जो सर पर तेरे
राहुल बिठाना चाहती वो क़तर देगी पर तेरे
तेरे बिचारे सांसदों की बुद्धि को क्या हो गया
सब चाटुकार बने लगे युवराज पी एम हो गया
मौका कोई भी झूठ को सच बोलने का ढूंढते 
हमको तो क्या इसके लिए वो खुद को भी हैं मूड़ते   
मुह तेरा उनकी जीभ है ये वोट भी क्या चीज है
तेरे लिए तो देशद्रोही देश भक्त अज़ीज़ है
कातिल तुम्हे मासूम लगते खूब है दरियादिली
न न्याय की परवाह न ईमान की शिक्षा मिली
तुमको तो फिरकापरस्तों क़े वोट की परवाह है
चमचों को तेरे तेरी खातिर नोट की बस चाह है

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