हौसला बढेगा गर साथ मिले तेरा भी
ढूंढें हर उस घर को जिसमे अँधेरा हो
रख दें एक दीप वहाँ तेरा या मेरा हो
रीती आँखों में खुशियाँ थोड़ी भर दें
मुस्काये हर चेहरा ऐसा कुछ कर दें
हर घर में एक राम राजा बन जाए
हर घर अयोध्या हो खुशियाँ मनाये
राम करे ऐसी हो अब की दीवाली
जितना भी बाँटें पर जेब हो न खाली
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