Sunday, April 15, 2012

आज आओ प्यार से हम प्यार की बाते करें

आज आओ प्यार से हम प्यार की बाते करें
प्यार में इकरार की इनकार की बातें करें

मान जाने के लिए तुम रूठ जाती थी कभी
उस हसीं पल में हुई मनुहार की बातें करें

चाहते थे जीतना हम बंदिशों को तोड कर 
वक़्त के हाँथों मिली हर हार की बातें करें

एक दूजे की खुशी के वास्ते लांघा जिन्हें
राह में आयी हर इक दीवार की बातें करें

ज़िंदगी की जंग में हारे नही हम मौत से
फ़र्ज़ से हारे हुए अधिकार की बाते करें

टूटते सपने बहा लेते थे कंधो पर कभी
आज टूटी डोर के हर तार की बातें करें

गुल खिलाते ही रहेंगे हम हमारे बाग़ में
लोग चाहें तो भले ही खार की बातें करें

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