हैं बहुत बीमार दिन
जब नहीं अपना कोई
हैं सभी बेकार दिन
साथ हों बच्चे अगर
लो मना रविवार दिन
जब जिया जलता रहे
तो बनें अंगार दिन
देख कर तेरी खुशी
ले लिए आकार दिन
आख़िरी घड़ियों में अब
है हमी पर भार दिन
जो बिताये साथ में
थे बहुत गुलजार दिन
हों खुदा की रहमतें
तो कहाँ दुश्वार दिन
देख कर तेरी खुशी
ReplyDeleteले लिए आकार दिन
जो बिताये साथ में
थे बहुत गुलजार दिन
bahut badhiyaa...
Thanks Rashmi Ji.
ReplyDelete