भले एक पल के लिए, मान कर दो
है मौका हसीं, आओ एहसान कर दो
अकेले कटी ज़िंदगी, जो थी मुश्किल
मेरी मौत को आ कर आसान कर दो
मेरे दिल में आबाद हैं तेरी यादें
भले मेरी दुनिया को सुनसान कर दो
अकेले जिया बेझिझक सब सहा है
अकेले मरूं न ये सामान कर दो
तू चाहे मुझे, उम्र भर था तरसता
मरूं खुश जो चाहत का पल दान कर दो
मरूं खुश जो चाहत का पल दान कर दो
ज़िंदगी ज्यूँ थी हसीं मेरे बिना
ReplyDeleteवो रहेगी वैसी ही, विश्वास दो
bahut badhiyaa