वक़्त से अच्छा कोई मरहम नहीं
आंसुओं जैसा कोई हमदम नहीं
क्या जरूरी है मुनव्वर हम भी हों
रोशनी सूरज की सर पे कम नहीं
बाप बेटे की चिता को आग दे
इस से बढ़ कर तो जहां में गम नहीं
लूट कर हमको हँसे मुह फेरकर
वो हमारा कायदे आज़म नहीं
एक अन्ना अब नहीं थोथा चना
वक़्त की यलगार है बेदम नहीं
अजम उनका देख लो आगे बढ़ो
आप का दम भी किसी से कम नहीं
सेंक मत रोटी सियासत दान अब
हमसे ही तो तू है, तुझसे हम नहीं
शान्ति हो पर हो नहीं शमसान सी
हो खुशी चेहरों पे अब मातम नहीं
आंसुओं जैसा कोई हमदम नहीं
क्या जरूरी है मुनव्वर हम भी हों
रोशनी सूरज की सर पे कम नहीं
बाप बेटे की चिता को आग दे
इस से बढ़ कर तो जहां में गम नहीं
लूट कर हमको हँसे मुह फेरकर
वो हमारा कायदे आज़म नहीं
एक अन्ना अब नहीं थोथा चना
वक़्त की यलगार है बेदम नहीं
अजम उनका देख लो आगे बढ़ो
आप का दम भी किसी से कम नहीं
सेंक मत रोटी सियासत दान अब
हमसे ही तो तू है, तुझसे हम नहीं
शान्ति हो पर हो नहीं शमसान सी
हो खुशी चेहरों पे अब मातम नहीं
No comments:
Post a Comment