गुलों को खूं बहाना आ गया है
खुदा! कैसा ज़माना आ गया है
उन्हें गुस्सा दिखाना आ गया है
हमें भी मुस्कराना आ गया है
करेंगे प्यार अब हम भी किसीसे
हमें भी दिल दुखाना आ गया है
हँसी खुलकर दिखेगी अब हसीं की
हमें आंसू छुपाना आ गया है
पिटे जब खुद किसीसे, याद उनको
अहिंसा का फ़साना आ गया है
खुदा! कैसा ज़माना आ गया है
उन्हें गुस्सा दिखाना आ गया है
हमें भी मुस्कराना आ गया है
करेंगे प्यार अब हम भी किसीसे
हमें भी दिल दुखाना आ गया है
हँसी खुलकर दिखेगी अब हसीं की
हमें आंसू छुपाना आ गया है
पिटे जब खुद किसीसे, याद उनको
अहिंसा का फ़साना आ गया है
करेंगे प्यार अब हम भी किसीसे
ReplyDeleteहमें भी दिल दुखाना आ गया है
waaaaaaaaaaaaah !
Thanks Rashmi Ji.
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