वो फिर से जुड़ेंगे ये इमकान है
अभी टूटे रिश्तों में कुछ जान है
अयाँ है अभी जो मेरी दस्तरस
वो तहरीर का सिर्फ उन्वान है
नहीं है कोई कारवाँ मेरे साथ
ये तनहा सफ़र का ही सामान है
तुम आँसू की उस बूँद को पोंछ दो
जो पलकों पे आ के पशेमान है
निसाबों से हट के पढ़ा कुछ नहीं
तभी ज़िंदगी में ये तूफ़ान है
समझते हैं कुछ नासमझ जाने क्यूँ
खुदा से मेरी जान पहचान है
मुझे ज़िंदगी ने ये समझा दिया
की दिल से भी ऊपर गिरीबान है
जुबां इक मगर कान दो हैं मिले
खुदा का निहां इसमें फरमान है
भरोसा नहीं था जिसे खुद पे ही
वो मंजिल को पा के भी हैरान है
अभी टूटे रिश्तों में कुछ जान है
अयाँ है अभी जो मेरी दस्तरस
वो तहरीर का सिर्फ उन्वान है
नहीं है कोई कारवाँ मेरे साथ
ये तनहा सफ़र का ही सामान है
तुम आँसू की उस बूँद को पोंछ दो
जो पलकों पे आ के पशेमान है
निसाबों से हट के पढ़ा कुछ नहीं
तभी ज़िंदगी में ये तूफ़ान है
समझते हैं कुछ नासमझ जाने क्यूँ
खुदा से मेरी जान पहचान है
मुझे ज़िंदगी ने ये समझा दिया
की दिल से भी ऊपर गिरीबान है
जुबां इक मगर कान दो हैं मिले
खुदा का निहां इसमें फरमान है
भरोसा नहीं था जिसे खुद पे ही
वो मंजिल को पा के भी हैरान है